हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, निम्नलिखित कथन "तनबीहुल ख्वातिर" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلى الله عليه وآله وسلم:
و الَّذي نَفسي بِيَدِهِ ، ما مِن عَدُوٍّ أعدى عَلَى الإنسانِ مِنَ الغَضَبِ وَ الشَّهوَةِ ، فَاقمَعوهُما و اغلِبوهُما و اكظِموهُما
पैगंबरे अकरम (स.अ.व.व.) ने फ़रमाया:
उसकी कसम जिसके हाथो मे मेरी जान है मनुष्य के लिए क्रोध और हवस से बड़ा कोई शत्रु नहीं है। बस इन दोनो की सज़निश करते हुए इन पर विजय पाओ और क्रोध और हवस की ज्वाला को बुझाओ।
तनबीहुल ख़्वातिर, भाग 2, पेज 115